सरपंच के संज्ञान से धान की फसल को मिली संजीवनी, पौनी–मानपुर माइनर नहर में बहा सिंचाई का पानी

पंडरिया । छत्तीसगढ़ प्रसार । सूखते धान के खेत और आसमान की ओर टकटकी लगाए किसान — यह हाल था ग्राम पंचायत पौनी और आसपास के किसानों का, लेकिन अब उन्हें बड़ी राहत मिली है। ग्राम पंचायत पौनी की सरपंच भारतरत्न मंडेला बनर्जी की पहल और जलसंसाधन विभाग की त्वरित कार्रवाई के बाद हाफ डायवर्सन पौनी, मानपुर माइनर शाखा की नहर में पानी छोड़ दिया गया है। ग्राम भरेवा (पुरन) इमली पेड़ से लेकर पौनी सरहद तक नहर में लगातार बारिश से मिट्टी भरकर पट गया था, जिससे पानी का बहाव रुक गया था। किसानों की फसलें प्यास से तड़प रही थीं। सरपंच ने हालात को देखते हुए अनुविभागीय अधिकारी, जलसंसाधन विभाग, पंडरिया को लिखित आवेदन देकर तत्काल नहर की सफाई और पानी छोड़ने की मांग की थी।
उन्होंने चेताया था कि वर्षा कम होने के कारण खेतों में रोपा गया धान मुरझाने और खराब होने की कगार पर है, अगर जल्द पानी नहीं छोड़ा गया तो किसानों को भारी आर्थिक नुकसान होगा। विभाग ने किसानों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए नहर की सफाई कराई और पानी का प्रवाह शुरू कर दिया। अब पौनी–मानपुर माइनर क्षेत्र के खेतों में पानी पहुंच रहा है और फसलें दोबारा हरी-भरी होने लगी हैं। किसानों ने सरपंच और विभाग के इस त्वरित निर्णय की सराहना की। 
अब गांव के किसानों में खुशी का माहौल है और खेतों में सिंचाई का काम तेजी से शुरू हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि इसी तरह समय पर देखरेख और पानी की आपूर्ति होती रही, तो क्षेत्र में उत्पादन अच्छा होगा और किसी किसान को कर्ज के बोझ तले नहीं दबना पड़ेगा।


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