मुंगेली । छत्तीसगढ़ प्रसार । भीख मांगने की आड़ में अपराध करने वाली महिलाओं का एक गिरोह, जिसने सोने की चैन चोरी की घटना को अंजाम दिया था, पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। यह घटना थाना सरगांव क्षेत्र में हुई, जहां एक स्थानीय दुकानदार से सोने की चैन चोरी की गई थी। पुलिस ने मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए चार महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है, जो बलौदाबाजार के भाठापारा क्षेत्र की निवासी हैं। थाना सरगांव के अंतर्गत टिकैत पेंड्री निवासी शत्रुहन सिंह, जो अपने गाँव में हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं, ने 21 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई कि कुछ महिलाएं उनके दुकान के पास आईं और ताली बजाकर पैसे मांगने लगीं। एक महिला बातचीत के दौरान उनकी पीठ और गर्दन को छूने का नाटक करते हुए उन्हें ध्यान भटकाने लगी। थोड़ी देर बाद शत्रुहन सिंह को अहसास हुआ कि उनकी गले में पहनी हुई सोने की चैन, जिसका वजन 19.940 ग्राम और कीमत 1,23,000 रुपये थी, गायब है। रिपोर्ट दर्ज होते ही सरगांव पुलिस ने प्रकरण में तेजी से कार्रवाई शुरू की। आस-पास के क्षेत्रों से जानकारी जुटाने और संदिग्ध महिलाओं के हुलिये के आधार पर पुलिस ने बलौदाबाजार के भाठापारा क्षेत्र से चार महिलाओं को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान इन महिलाओं ने चोरी की घटना को स्वीकार किया और उनकी निशानदेही पर चोरी की गई चैन भी बरामद कर ली गई।
आरोपित महिलाएं और अपराध का तरीका
गिरफ्तार महिलाओं में शामिल हैं: नीरा सांवरा, सुमित्रा सांवरा, ललिता और मानकी, जिनकी उम्र 32 से 40 वर्ष के बीच है। ये महिलाएं भीख मांगने के बहाने से दुकानों के सामने जाकर लोगों का ध्यान भटकाती थीं और सोने-चांदी के आभूषणों की चोरी करती थीं। रेकी के लिए वे अक्सर ऑटो से मुंगेली और बिलासपुर के आस-पास के क्षेत्रों में घूमती थीं और सही मौके की तलाश में रहती थीं।
सामाजिक और सुरक्षा चिंताएं
इस घटना ने सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी कुछ गहरी चिंताएं उत्पन्न की हैं। भीख मांगने जैसी निर्दोष प्रतीत होने वाली गतिविधि का उपयोग अपराध के लिए किया जाना न केवल आम जनता की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि यह समाज में अपराधियों की बढ़ती सूझबूझ और धूर्तता को भी दर्शाता है। यह घटना यह संकेत देती है कि अपराधी अब छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों को भी अपना निशाना बना रहे हैं, जहां सुरक्षा और जागरूकता का स्तर अपेक्षाकृत कम हो सकता है। पुलिस ने न केवल त्वरित कार्रवाई की, बल्कि क्षेत्र में सक्रिय ऐसे अन्य गिरोहों की तलाश को भी तेज कर दिया है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देशन में यह कार्यवाही यह दर्शाती है कि मुंगेली पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्ती से निपटने के लिए तत्पर है।
सुरक्षा के प्रति नागरिकों को जागरूक होना आवश्यक
यह घटना एक बार फिर से इस बात को रेखांकित करती है कि नागरिकों को अपने आसपास के माहौल को लेकर अधिक सतर्क और जागरूक रहना चाहिए। संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को देना और अपने आभूषणों व कीमती सामान की सुरक्षा के प्रति सावधान रहना जरूरी है।
न्यायिक प्रक्रिया और भविष्य की दिशा
गिरफ्तार की गई महिलाओं को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है, और आगे की जांच चल रही है। पुलिस की ओर से यह उम्मीद की जा रही है कि इस कार्रवाई से ऐसे अन्य अपराधों पर भी रोक लगेगी, और इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी। समाज में ऐसे अपराधियों की गतिविधियों को देखते हुए यह जरूरी है कि नागरिक अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति सजग रहें और अपराधों की रिपोर्ट तुरंत करें। पुलिस और नागरिकों की साझेदारी ही समाज में सुरक्षा और शांति सुनिश्चित कर सकती है।
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