मुंगेली । छत्तीसगढ़ प्रसार । छत्तीसगढ़ के लगभग 15,000 सरकारी राशन दुकानदारों ने अपनी समस्याओं के समाधान के लिए 3 अक्टूबर 2024 से हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। ब्लाक अध्यक्ष भारत रत्न मंडेला ने कहा, दुकानदारों ने अपने कई लंबे समय से लंबित मुद्दों के निराकरण के लिए प्रशासन को पहले भी कई बार आवेदन दिए हैं, लेकिन समाधान न मिलने की स्थिति में अब हड़ताल की चेतावनी दी गई है। राशन दुकानदारों ने एसडीएम राजस्व, मुंगेली को सौंपे एक ज्ञापन में अपनी प्रमुख मांगों का उल्लेख किया है। उनका कहना है कि राशन वितरण व्यवस्था में लगातार बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं, जिससे दुकानदारों के साथ-साथ उपभोक्ताओं को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
प्रमुख समस्याएं:
- इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन की खराबी : दुकानदारों का कहना है कि ई-पास मशीनों से वितरण कार्य के लिए अनिवार्य इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीनें गुणवत्ताहीन हैं। ये मशीनें बार-बार खराब हो रही हैं, और इन्हें ठीक कराने के लिए उचित संसाधन उपलब्ध नहीं हैं।
- राशन आबंटन में अनियमितता : पिछले पांच महीनों से राशन आबंटन में गड़बड़ियां हो रही हैं, जिससे वितरण प्रभावित हो रहा है। इसके चलते उपभोक्ताओं और दुकानदारों के बीच अनावश्यक विवाद उत्पन्न हो रहे हैं।
- वित्तीय संकट : दुकानदारों को समय पर बारदाना, मार्जिन और ई-पास मार्जिन राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। साथ ही, 20 वर्षों से मार्जिन राशि में कोई वृद्धि नहीं हुई है, जिससे दुकानदारों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है।
- अन्य समस्याएं : भंडारण में गड़बड़ियों के चलते दुकानदारों को हानि हो रही है, इसलिए दुकानदारों ने भंडारण प्रक्रिया को ई-पास मशीन और इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन से जोड़ने की मांग की है। इसके अलावा, राशन वितरण के अलावा अन्य कार्य कराने पर पारिश्रमिक दिए जाने की भी मांग उठाई गई है। दुकानदारों ने यह भी आरोप लगाया कि कोरोना काल के दौरान फ्री राशन वितरण के लिए उनसे जो राशि ली गई थी, उसे अब तक विभाग ने वापस नहीं लौटाया है।
आवश्यक कार्रवाई की मांग
दुकानदारों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों का त्वरित समाधान नहीं किया गया, तो वे राज्यभर में 3 अक्टूबर से हड़ताल पर चले जाएंगे। इस हड़ताल से पूरे राज्य में राशन वितरण व्यवस्था ठप हो सकती है। दुकानदारों ने स्पष्ट किया कि हड़ताल से उत्पन्न किसी भी समस्या के लिए जिम्मेदार संबंधित विभाग होगा।
प्रशासन की भूमिका पर सवाल
दुकानदारों का कहना है कि कई बार ज्ञापन और आवेदन देने के बावजूद प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इस हड़ताल के ऐलान के बाद अब सभी की निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं कि क्या दुकानदारों की समस्याओं का समाधान समय रहते किया जाएगा, या राज्यभर में राशन वितरण प्रणाली बाधित हो जाएगी।
0 टिप्पणियाँ