मुंगेली | छत्तीसगढ़ प्रसार | छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में पुलिस ने ऑपरेशन बाज के तहत एक ऐसे चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो पहले सुनसान कॉलोनियों में घरों को निशाना बनाते थे, फिर वारदात के बाद सीधे हवाई जहाज से दिल्ली फरार होकर ऐश की जिंदगी जीते थे। लेकिन इस बार वो मुंगेली पुलिस की हाईटेक रणनीति और सूझबूझ से नहीं बच सके। पुलिस ने 30 लाख 67 हजार रुपये से अधिक की संपत्ति बरामद करते हुए गिरोह के दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता संदीप सतनामी और उसका साथी मंजीत फरार हैं। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के नेतृत्व में गठित टीम ने यह कार्रवाई उस वक्त शुरू की जब पृथ्वीग्रीन कॉलोनी के किराएदार आयुष राम ने थाना मुंगेली में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 26 जुलाई की रात उसके मकान का ताला तोड़कर लगभग 30 लाख रुपये नकद और जेवरात चोरी हो गए। उसी रात कॉलोनी के अन्य मकान और त्रिभुवन यादव नामक व्यक्ति के घर से भी नगदी और जेवर चोरी होने की शिकायत दर्ज हुई। इससे यह स्पष्ट हुआ कि यह किसी छोटे-मोटे चोर का काम नहीं, बल्कि पूरी गैंग की सुनियोजित वारदात है।
पुलिस ने बिना समय गंवाए इंटिग्रेटेड मॉडर्न कंट्रोल रूम की सहायता से कॉलोनी के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, गाड़ियों की ट्रैकिंग की और एक सफेद वैगन-आर कार CG-04-KY-8365 को संदेह के घेरे में लिया। यह कार 26 जुलाई को घटनास्थल के आस-पास देखी गई थी। ट्रैकिंग के दौरान पता चला कि घटना के तुरंत बाद आरोपी रायपुर एयरपोर्ट से उड़ान भरकर सीधे दिल्ली भाग गए थे। पुलिस की टीमों ने रायपुर और दिल्ली एयरपोर्ट के फुटेज खंगाले, जिससे आरोपियों की पहचान हुई। इसके बाद पुलिस टीम मध्यप्रदेश और दिल्ली भेजी गई। ग्वालियर से आरोपी सूरज कुर्रे को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसका साथी संदीप सतनामी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। सूरज ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह और संदीप अन्य साथियों के साथ मिलकर मुंगेली आए थे, कॉलोनी में घुसकर एक के बाद एक 4 घरों में ताले तोड़े और नगदी व जेवर समेट कर वारदात के तुरंत बाद दिल्ली भाग गए। जांच में सामने आया कि चोरी की रकम और गहने वेदप्रकाश साहू उर्फ बेदू, गुलशन साहू, और टिकेश्वर साहू के पास रखे गए थे। पुलिस ने ग्राम सिंगारपुर में दबिश देकर वेदप्रकाश, गुलशन और टिकेश्वर को हिरासत में लिया। पूछताछ में उन्होंने अपराध स्वीकार किया और उनकी निशानदेही पर विभिन्न ठिकानों से पुलिस ने ₹5,11,000 नगद, ₹14,62,740 नगद, सोने-चांदी के गहने, चोरी में प्रयुक्त कार, 3 मोबाइल फोन, और लोहे की रॉड बरामद की। सुरज के पहने हुए पैंट की जेब से भी ₹41,000 नगद और सोने की अंगूठी बरामद हुई। सभी जब्ती मिलाकर ₹30,67,740 का माल मशरूका बरामद हुआ है। गिरफ्तार आरोपियों में वेदप्रकाश साहू उर्फ बेदू, उम्र 30 वर्ष, निवासी भाठापारा (ग्रामीण), गुलशन साहू, उम्र 25 वर्ष, निवासी सिंगारपुर, साथ ही दो विधि से संघर्षरत बालक शामिल हैं जिन्हें बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया है।
मुख्य आरोपी संदीप सतनामी और मंजीत अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस पूरे राज्य के सीमावर्ती इलाकों में कर रही है। पुलिस रिकॉर्ड से यह भी खुलासा हुआ कि इन आरोपियों के खिलाफ पहले से ही बलौदाबाजार, भाटापारा, सिमगा और रायपुर के थानों में चोरी, हत्या के प्रयास, और मारपीट जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह गैंग पेशेवर और हाईफाई नेटवर्क से लैस होकर वारदात करता था।
इस पूरी कार्रवाई में फास्टरपुर थाना प्रभारी निरीक्षक कार्तिकेश्वर जांगड़े, कोतवाली प्रभारी गिरजा शंकर यादव, साइबर सेल प्रभारी सुशील बंछोर, और दर्जनों पुलिसकर्मियों ने अहम भूमिका निभाई।
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