प्रसार छत्तीसगढ़/सूरज डाहिरे मुंगेली।
मुंगेली/एक ओर देश covid-19 के प्रकोप के खुद को बचाने में लगा है और शासन आम जनता के लिए अपना अपना खजाना लुटा रही है, वही दूसरी ओर शासन के रोजगार सहायक सरकार को लूटने का कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं मुंगेली ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत नेवासपुर की जहां के रोजगार सहायक प्रभारी के रूप में कार्य करने वाले तामेश्वर साहू द्वारा अपने चहेते एवं पंचो से करता है उगाही साठ गाठ कर 1से 2 हाजिरी डाल रहे है ।और ऐसे में कोविड 19 से जूझ रहे मजबूर श्रमिक की हक का राशि रोजगार सहायक गबन करने में माहिर है ।
कार्य स्थल पर कोई सुविधा नही
मिटटीकृत सडक निर्माण कार्य चन्द्रपुर डबरी से दशरू साहु के टुयुबवेल तक नेवासपुर में हो रहे रोजगार गारंटी योजना कार्य की उस स्थल पर किसी प्रकार की कोई सूचना पटल नहीं लगाया गया है जिससे कि जानकारी मिल सके कि इस गोदी कार्य के लिए शासन के द्वारा कितनी राशि आवंटित हुई है।
ग्रामीणों के लिए सुविधा नहीं
लाखों रुपए की लागत से मिटटीकृत सडक निर्माण कार्य चन्द्रपुर डबरी से दशरू साहु के टुयुबवेल तक नेवासपुर में रोजगार गारंटी योजना के तहत गोदी का कार्य कराया जा रहा है ,जहां इन ग्रामीणों के लिए उपचार की किसी प्रकार की कोई सुविधा मुहैया नही कराई गई है ।
कोरोना काल लॉक डाउन की उड़ रही धज्जाजिया किसी भी मनरेगा मजदूरों के पास मास्क ,रुमाल गमछा नही बिना मास्क, रुमाल ,गमछा के रोजगार सहायक द्वारा कराये जा रहे कार्य।बाल मजदुर भी है।
रोजगार सहायक खेलते हैं मस्टररोल का खेल
रोजगार सहायक की नियुक्ति साशन द्वारा गरीबो के फायदे एवमं रोजगार सम्बंधित योजनाओं का क्रियान्वयन हेतु किया गया था, लेकिन वर्तमान परिदृश्य में प्रभार रोजगार सहायक ग्राम पंचायत के लूट का पर्याय बनते जा रहे हैं क्योंकि रोजगार गारंटी में हाजरी भरने का काम इनके हाथ मे होता है। वाजिब गरीब जनता को लाभ दिलाने के बजाए ये सारे फायदे अपने चहेते या गाँव के सम्पन्न लोगों को दिलाते हैं जिनसे ये साठ गाठ होते हैं। सबसे बड़ी दयनीय स्थिति तब होती है जब वो उसी गांव के मनरेगा मजदूर को हाजिरी रजिस्टर पकड़ा कर हाजिरी भरवाते है और कभी-कभी ही पंचायत में दिखाई देते है। हद तो तब हो जाती है जब ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक प्रभार में होने के बावजूद मनरेगा मजदूर से रोजगार सहायक का काम करवाया जाता है।डिमांड भरने से लेकर जनपद पंचायत से मस्टररोल निकलवाने तक का काम करवाया जाता है।जिसको निकलवाने हेतु मनरेगा मजदूर लंबे घंटो का इन्तजार करते है।और निकलता भी है तो कई मनरेगा मजदूरों का नाम कट जाता है।
और ऑपरेटर द्वारा सर्वर नही है जैसे गोल मोल बातो से घुमाया जाता है।जिससे मस्टररोल पहले से निकाल लिया जाता है।और अंतिम दिन काम दिया जाता है जिससे मनरेगा मजदूर आक्रोशित है ।इस बारे में ग्रामवासी दुवासिया डिंडोरे ने बताया की वह कई महीनो से जॉब कार्ड में नाम जोड़वाने हेतु चक्कर लगा रही है,जरुरी डाकूयमेंट माग लिया जाता है लेकिन करता कुछ नही जिससे मैं अभी तक वंचित हूं।कार्यस्थल जाने पर भगा दिया जाता है।ऐसी ही कुछ स्थिति सावनी खूंटे की यह भी कई महीनो से ग्राम पंचायत प्रभारी तामेस्वर साहू की चक्कर लगा रहे है लेकिन मनरेगा मजदूरों के प्रति कोई सुध नही ले रहे है।अरविन्द ने बताया कि मैं कई महीनो से रोजगार सहायक की चक्कर लगा थक हार गया ।पति-पत्नी में से एक का नाम आता है, और इसका निवेदन करने पर डिमांड तो भरा जाता है लेकिन मस्टररोल में नाम काट दिया जाता है वही भोलाराम बंजारा बताते है हाजिरी रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज किया जाता है लेकिन मस्टररोल में नही भरा जाता है जिससे मजदूरी से मिलने वाली राशि अभी तक नही आया। यहां के प्रभार में कार्य करने वाले रोजगार सहायक कार्य के प्रति लापरवाही से बाज नही आ रहे और साठ गाठ कर राशि गबन करने में।
अब देखने वाली बात होगी कि आने वाले समय में जनपद की टीम किस प्रकार से जाँच कर दोषीयो के खिलाफ कार्यवाही करती है।
और ऑपरेटर द्वारा सर्वर नही है जैसे गोल मोल बातो से घुमाया जाता है।जिससे मस्टररोल पहले से निकाल लिया जाता है।और अंतिम दिन काम दिया जाता है जिससे मनरेगा मजदूर आक्रोशित है ।इस बारे में ग्रामवासी दुवासिया डिंडोरे ने बताया की वह कई महीनो से जॉब कार्ड में नाम जोड़वाने हेतु चक्कर लगा रही है,जरुरी डाकूयमेंट माग लिया जाता है लेकिन करता कुछ नही जिससे मैं अभी तक वंचित हूं।कार्यस्थल जाने पर भगा दिया जाता है।ऐसी ही कुछ स्थिति सावनी खूंटे की यह भी कई महीनो से ग्राम पंचायत प्रभारी तामेस्वर साहू की चक्कर लगा रहे है लेकिन मनरेगा मजदूरों के प्रति कोई सुध नही ले रहे है।अरविन्द ने बताया कि मैं कई महीनो से रोजगार सहायक की चक्कर लगा थक हार गया ।पति-पत्नी में से एक का नाम आता है, और इसका निवेदन करने पर डिमांड तो भरा जाता है लेकिन मस्टररोल में नाम काट दिया जाता है वही भोलाराम बंजारा बताते है हाजिरी रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज किया जाता है लेकिन मस्टररोल में नही भरा जाता है जिससे मजदूरी से मिलने वाली राशि अभी तक नही आया। यहां के प्रभार में कार्य करने वाले रोजगार सहायक कार्य के प्रति लापरवाही से बाज नही आ रहे और साठ गाठ कर राशि गबन करने में।
अब देखने वाली बात होगी कि आने वाले समय में जनपद की टीम किस प्रकार से जाँच कर दोषीयो के खिलाफ कार्यवाही करती है।
2 टिप्पणियाँ
सरवर संबंधी बातें सही है असलियत जान लिया करो उसके बाद न्यूज़ बनाया करो
जवाब देंहटाएंभ्रामक न्यूज़ बनाकर नरेगा योजना का दुष्प्रचार ना करें
सर्वर संबंधी बांते न्यूज नही खुद मस्टररोल निकलवाने वाले मनरेगा मजदूर कह रहे है। खबर में सम्मिलित वीडियो देखें
जवाब देंहटाएं। फिर न्यूज लगाने वाले को कहे।