विशेष रिपोर्ट: कैडेट से रिपोर्टर-एंकर और मीडिया मालिक तक,अरविंद बंजारा की प्रेरणादायी यात्रा, कठिनाइयों को पार कर पत्रकारिता की ऊंचाइयों तक पहुँचे मुंगेली के युवा की अनोखी कहानी

मुंगेली । छत्तीसगढ़ प्रसार । ग्राम नेवासपुर के युवा अरविंद बंजारा की जीवन यात्रा अनुशासन, संघर्ष, नेतृत्व और बुलंद हौसले का एक अनोखा उदाहरण है। स्कूल जीवन में NCC कैडेट के रूप में शुरू हुई यह कहानी आज उन्हें एक सफल रिपोर्टर, एंकर, एडिटर और मीडिया हाउस ओनर तक ले आई है। मुंगेली का यह युवा आज छत्तीसगढ़ के पत्रकारिता जगत में एक मजबूत और प्रभावी पहचान बना चुका है।

     NCC में शानदार प्रदर्शन — CPL रैंक और
            राज्य स्तरीय फायरिंग में चयन
अरविंद ने स्कूल जीवन में NCC के तहत Corporal (CPL) नायक का रैंक हासिल किया। और गर्व की बात यह है कि NCC में उसे CPL Rank मिला Corporal Rank…
जो अरविंद के लिए सिर्फ एक रैंक नहीं, बल्कि उसकी मेहनत और नेतृत्व क्षमता की पहचान था।
आगे बताया यह वही समय था जब मैंने पहली बार महसूस किया कि मैं सिर्फ भीड़ का हिस्सा नहीं, एक टीम को लीड करने वाला व्यक्ति भी हूँ।

फायरिंग प्रतियोगिता में उत्कृष्ट कौशल दिखाते हुए उनका चयन राज्य स्तरीय फायरिंग स्पर्धा के लिए किया गया।
NCC दिवस के विशेष आयोजन में जिले के तत्कालीन कलेक्टर ने उन्हें बेस्ट फायरिंग अवॉर्ड, प्रशस्ति पत्र और शील्ड देकर सम्मानित किया, जो पूरे जिले के लिए गर्व का क्षण था।

     नई दिल्ली गणतंत्र दिवस परेड के लिए चयन, 
      पर बोर्ड परीक्षा के कारण सपना अधूरा
हर कैडेट की तरह अरविंद का भी सपना था कि वह गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हों। उनका चयन इस प्रतिष्ठित परेड के लिए हो भी गया, लेकिन बारहवीं बोर्ड परीक्षा नजदीक आने के कारण वे दिल्ली नहीं जा सके। हालाँकि परेड में शामिल न हो पाने का अफसोस आज भी है, पर चयन ही यह सिद्ध करता है कि वे कितने सक्षम कैडेट थे।

स्काउट गाइड, NSS और राष्ट्रीय साहसिक प्रशिक्षण—          बहुआयामी प्रशिक्षण से निखरा व्यक्तित्व
अरविंद की रुचि केवल स्काउट एंड गाइड तक सीमित नहीं रही। उन्होंने NCC और NSS में भी सक्रिय भागीदारी निभाई, और कई सामाजिक, शैक्षणिक व ग्रामीण विकास कार्यक्रमों में योगदान दिया। साल 2016 में मनाली, हिमाचल प्रदेश में आयोजित 'राष्ट्रीय साहसिक खोजी एवं आपदा प्रबंधन – हिमालय अभियान' में भाग लेकर उन्होंने कठिन परिस्थितियों में जीवित रहने, आपदा प्रबंधन, पर्वतारोहण और नेतृत्व कौशल की महत्वपूर्ण ट्रेनिंग ली।

             कैडेट से पत्रकारिता तक —
         सच की आवाज बनकर उभरते अरविंद
इन सभी प्रशिक्षणों से मिले अनुशासन, साहस और नेतृत्व ने आगे जाकर अरविंद को एक दृढ़ निश्चयी और साहसी फील्ड रिपोर्टर बनाया। बिना किसी टीम के, अकेले सेल्फी कैमरे के साथ मुश्किल परिस्थितियों में भी रिपोर्टिंग करना उनकी खासियत रही है। उन्होंने सैकड़ों स्थानीय व राष्ट्रीय मुद्दों पर ग्राउंड रिपोर्टिंग करते हुए प्रशासन और जनता का ध्यान गंभीर समस्याओं की ओर दिलाया।

           अब मीडिया जगत में ऊँचा मुकाम 
         कई संस्थानों का नेतृत्व करते अरविंद
पत्रकारिता में वर्षों की मेहनत और अनुभव के बाद आज अरविंद बंजारा सिर्फ एक रिपोर्टर या एंकर नहीं, बल्कि एक सफल मीडिया लीडर बन चुके हैं।
वर्तमान में अरविंद बंजारा इन पदों पर कार्यरत हैं
• हिंदुस्तान दृष्टि YouTube चैनल के ओनर
• छत्तीसगढ़ प्रसार वेब न्यूज़ पोर्टल के एडिटर-इन-चीफ
• छत्तीसगढ़ महिमा मासिक पत्रिका के छत्तीसगढ़ ब्यूरो चीफ
• दैनिक हर्ष उजाला समाचार पत्र के जिला ब्यूरो चीफ
इन सभी जिम्मेदारियों को वे एक साथ संभालते हुए मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं, चाहे डिजिटल हो, प्रिंट हो या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया।

इन संस्थाओं को चलाने की प्रेरणा मुझे स्काउट एंड गाइड, NCC,  और NSS से मिली - अरविंद कुमार 
अरविंद कहते हैं: अनुशासन, समय प्रबंधन और नेतृत्व, ये सब मैंने NCC, स्काउट और NSS से सीखा। वही सीख आज मीडिया चलाने में सबसे बड़ी ताकत है।

    युवाओं के लिए प्रेरणा - सीमित साधनों से शुरू
           होकर बड़ा मुकाम हासिल किया
अरविंद बंजारा की कहानी साबित करती है कि- अगर इरादे मजबूत हों और मेहनत सच्ची, तो गाँव का साधारण युवक भी पत्रकारिता की ऊंचाइयों तक पहुँच सकता है।
स्कूल का कैडेट, स्वयंसेवक, कॉलेज की पढ़ाई पूरी की फिर जमीनी रिपोर्टर, एंकर, और अब मीडिया संस्थानों का नेतृत्व- उनका सफर हर युवा के लिए एक प्रेरणा है। मुंगेली का यह होनहार युवा आज नई पीढ़ी के लिए यह संदेश है कि
सपनों को पूरा करने के लिए सिर्फ हिम्मत चाहिए, हालात नहीं।

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