मुंगेली । छत्तीसगढ़ प्रसार । शहर के ऐतिहासिक और व्यस्ततम क्षेत्र पुराना बस स्टैंड स्थित श्री परशुराम चौक एक बार फिर भव्य आयोजन का साक्षी बनने जा रहा है। चौक में निर्मित भगवान श्री परशुराम की विशाल एवं आकर्षक प्रतिमा का अनावरण 19 नवंबर को किया जाएगा। यह आयोजन विशेष रूप से इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसी दिन झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जी के जन्मोत्सव का भी उत्साहपूर्ण वातावरण पूरे शहर में रहेगा। अनावरण कार्यक्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे और उनके ही कर-कमलों से प्रतिमा का लोकार्पण किया जाएगा। शहरवासी इसे एक गौरवपूर्ण क्षण के रूप में देख रहे हैं, क्योंकि लंबे समय से चली प्रक्रिया के बाद प्रतिमा स्थल का सौंदर्यीकरण पूरा हो चुका है।
प्रतिमा स्थापना की पहल और मंजूरी
प्रतिमा स्थापना का यह सपना सर्व ब्राह्मण परिषद मुंगेली के निरंतर प्रयासों, क्षेत्रीय विधायक पुन्नूलाल मोहले के मार्गदर्शन और समर्थन तथा तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष शैलेश पाठक की पहल पर साकार हुआ। उनके प्रस्ताव पर नगर पालिका द्वारा प्रतिमा स्थापना एवं सौंदर्यीकरण कार्य की स्वीकृति प्रदान की गई थी, जिसके बाद चौक का स्वरूप पूरी तरह बदल गया है। स्थान पर खूबसूरत मंच, आकर्षक प्रकाश व्यवस्था और आधुनिक सौंदर्यीकरण लोगों का ध्यान खींच रहे हैं।
तैयारियों में जुटा शहर प्रशासन व समाज के प्रतिनिधि
आयोजन को भव्य बनाने के लिए नगर पालिका अध्यक्ष रोहित शुक्ला, उपाध्यक्ष जयप्रकाश मिश्रा, पार्षदगण, नगर पालिका की तकनीकी टीम, सीएमओ सहित पूरा स्टाफ लगातार जुटा हुआ है।इसके साथ ही सर्व ब्राह्मण परिषद मुंगेली के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी प्रतिमा स्थल पर सफाई, स्वागत व्यवस्था एवं कार्यक्रम समन्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। शहरभर में इस आयोजन को लेकर उत्साह का माहौल है। स्थानीय नागरिकों और युवा वर्ग में भी काफी उत्सुकता है, क्योंकि भगवान परशुराम की प्रतिमा शहर की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करने वाली है।
मुख्य कार्यक्रम, आगर खेल परिसर में लोकार्पण और शिलान्यास
प्रतिमा अनावरण के बाद उपमुख्यमंत्री आगर खेल परिसर, मुंगेली में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे।
यहाँ विभिन्न निर्माण कार्यों, विकास परियोजनाओं और जनसुविधाओं से संबंधित लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। इस दौरान शहर के जनप्रतिनिधि, अधिकारी, सामाजिक संगठन और नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहेंगे।
शहर में सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण और व्यवस्थाओं के लिए भी प्रशासन की ओर से विशेष निर्देश जारी किए गए हैं ताकि आयोजन शांति और सुगमता से संपन्न हो सके।
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