मुंगेली । छत्तीसगढ़ प्रसार । जिले में पुलिस प्रशासन द्वारा मई माह से आरंभ किया गया अभिनव कार्यक्रम ' पहल' अब एक व्यापक रूप ले चुका है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार इस कार्यक्रम का उद्देश्य सायबर सुरक्षा एवं जागरूकता, नशा मुक्ति एवं उन्मूलन, और यातायात सुरक्षा एवं अनुशासन को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम की रूपरेखा के तहत मुंगेली पुलिस ने जिलेभर में कॉलेजों और स्कूलों में छात्र प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित किए, कोटवारों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण देकर जागरूकता के संदेश दिए, तथा प्रत्येक ग्राम में पुलिस और जनता के बीच सीधा संपर्क स्थापित करने के लिए 148 बीट क्षेत्र बनाए गए। प्रत्येक बीट में पुलिस प्रभारी नियुक्त कर व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए ताकि सूचनाओं और जागरूकता संदेशों का त्वरित आदान-प्रदान हो सके।
इसके अतिरिक्त, ' पहल' कार्यक्रम के अंतर्गत प्रमुख ग्रामों में चलित थाना शिविर लगाए गए, जहां ग्रामीणों को सायबर अपराध, नशे के दुष्परिणाम और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया। नशे के शिकार युवाओं और नाबालिगों को उनके परिजनों के साथ सम्मेलन के माध्यम से समझाइश दी गई, जिससे उनमें आत्मविश्वास बढ़ा और नशे से मुक्ति की दिशा में सार्थक कदम उठाए गए।
कार्यक्रम की प्रमुख उपलब्धियाँ
🔹 ग्राम स्तर पर मजबूत सूचना तंत्र – जिले के सभी ग्रामों के कोटवारों को प्रशिक्षण दिए जाने से पुलिस के प्रति जनविश्वास में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और अपराध नियंत्रण में ठोस मदद मिली है।
🔹 बीट सिस्टम की सफलता – 148 बीट क्षेत्रों में विभाजन से पुलिस की हर गांव तक सीधी पहुंच सुनिश्चित हुई। अब गांवों से जुड़ी शिकायतों और घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई संभव हो पाई है।
🔹 अपराध नियंत्रण में सुधार – ‘पहल’ के बाद संपत्ति संबंधी अपराधों की बरामदगी दर में ऐतिहासिक सुधार दर्ज हुआ है —
लूट के मामलों में 66.60% (2024) से बढ़कर 68.57% (2025),
नकबजनी में 6.68% से बढ़कर 59.20%,
साधारण चोरी में 54.85% से बढ़कर 61.24% तक पहुंच गई है।
🔹 महिला एवं बाल अपराधों में कमी – कार्यक्रम के चलते महिला और बाल अपराधों में उल्लेखनीय कमी आई है। अधिकांश अपहृत बच्चों की बरामदगी की गई और गुमशुदगी की घटनाओं में भी गिरावट दर्ज हुई है।
🔹 सड़क दुर्घटनाओं में कमी – यातायात जागरूकता अभियानों से जिले में सड़क हादसों और मृतकों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है।
🔹 नशा उन्मूलन में ठोस कार्रवाई – मुंगेली जिले में गांजा और ब्राउन शुगर के कारोबार पर पुलिस की कठोर कार्रवाई के बाद युवाओं में नशे की लत में कमी आई है और अवैध मादक व्यापार पर प्रभावी रोक लगी है।
🔹 सायबर अपराध नियंत्रण में सफलता – थाना सरगांव क्षेत्र में सायबर ठगी के कई मामलों में त्वरित कार्रवाई कर ₹15,00035 की राशि होल्ड कराकर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वर्ष 2024 में जहां कुल ठगी की राशि ₹1,33,92,928 थी, वहीं 2025 में यह घटकर ₹1,18,12,551 रह गई — जो सायबर जागरूकता के सकारात्मक प्रभाव को स्पष्ट दर्शाता है।
मुंगेली पुलिस की यह ' पहल' न केवल अपराध नियंत्रण और नशा उन्मूलन में सफल रही है, बल्कि यह जनता की सक्रिय भागीदारी से ' पुलिस-जन विश्वास' की एक नई मिसाल बन गई है। जिले में यह कार्यक्रम सुरक्षा, सहयोग और सुधार का प्रतीक बन चुका है।
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