मुंगेली । छत्तीसगढ़ प्रसार । 10 अक्टूबर 2025 आज छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में करवा चौथ का पर्व ऐतिहासिक उत्साह और दुर्लभ शुभ संयोगों के साथ मनाया जा रहा है। इस बार करवा चौथ पर 200 वर्षों बाद सिद्धि योग और शिववास योग का अनूठा संयोग बना है, जिससे व्रत का महत्व कई गुना बढ़ गया है। महिलाएं पति की दीर्घायु, दांपत्य सुख और परिवार की समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रख रही हैं।
छत्तीसगढ़ की ख़ास रौनक
राजधानी रायपुर, मुंगेली, बिलासपुर, दुर्ग, अंबिकापुर और बस्तर में सुबह से ही बाजारों में करवा चौथ की रौनक देखने को मिली। सुहागिनों ने पूजा सामग्री, करवा, दीपक, मेहंदी, श्रृंगार सामग्री और पारंपरिक वस्त्रों की जमकर खरीदारी की। महिलाएं पारंपरिक थालियों में श्रृंगार सजा रही हैं, वहीं दुकानों पर करवा चौथ स्पेशल की थीम के साथ सजावट की गई है।
मुंगेली पंडित के अनुसार, छत्तीसगढ़ में महिलाओं ने सूर्योदय से पहले सरगी लेकर व्रत की शुरुआत की। शाम को रायपुर और बिलासपुर,मुंगेली में 7:43 बजे से 10 बजे तथा बस्तर क्षेत्र में 8:17 से 10 बजे तक चंद्रमा के दर्शन के बाद व्रत खोला जाएगा। शुक्रवार के दिन करवा चौथ पड़ने से इसे देवी लक्ष्मी और संतोषी माता की विशेष कृपा से जुड़ा माना जा रहा है। राज्यभर में मंदिरों में विशेष पूजन और आरती के आयोजन हो रहे हैं।
देशभर में करवा चौथ की धूम
दिल्ली, मुंबई, जयपुर, लखनऊ, कोलकाता, चेन्नई, छत्तीसगढ़ सहित देश के हर राज्य में महिलाएं सजधज कर सोलह श्रृंगार में करवा चौथ का व्रत मना रही हैं। सामूहिक कथा-पाठ, पूजा-अर्चना और चंद्रमा को अर्घ्य देने की तैयारियों के बीच चारों ओर उल्लास का माहौल है। पारंपरिक वस्त्रों के साथ आधुनिक परिधान भी ट्रेंड में हैं। सोशल मीडिया पर करवा चौथ से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए प्रेम और समर्पण की भावना व्यक्त कर रही हैं।
दुर्लभ योग और व्रत का महत्त्व
इस बार करवा चौथ पर सिद्धि योग और शिववास योग का संयोग 200 साल बाद बना है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसे योग में किया गया व्रत सौभाग्य और समृद्धि को कई गुना बढ़ा देता है। छत्तीसगढ़ सहित देशभर की महिलाएं आज पति की लंबी उम्र और परिवार के कल्याण के लिए निर्जला उपवास रख रही हैं। चंद्रमा के दर्शन के बाद महिलाएं दीपक से आरती कर अर्घ्य देंगी और अपने पति का चेहरा देखकर व्रत खोलेंगी।
छत्तीसगढ़ में आज रात 8:13 बजे के आसपास चंद्रमा के दर्शन होंगे, जिसके बाद घर-घर में पूजा-अर्चना के साथ करवा चौथ की रस्में पूरी होंगी।
त्योहार में उमंग और आस्था का संगम
छत्तीसगढ़ में गांव-गांव से लेकर शहरों तक करवा चौथ का रंग छाया हुआ है। बाजारों में रौनक, मंदिरों में श्रद्धा और घरों में स्नेहपूर्ण माहौल देखने को मिल रहा है। महिलाएं पारंपरिक गीत गा रही हैं, तो बच्चे और बुजुर्ग भी उत्सव का आनंद ले रहे हैं। यह पर्व केवल व्रत नहीं, बल्कि प्रेम, समर्पण और पारिवारिक एकता का प्रतीक बन चुका है।
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