मुंगेली छतीसगढ़ प्रसार 20 मई 2025
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज मुंगेली जिला ग्रंथालय में 29.90 लाख रुपये की लागत से निर्मित अतिरिक्त अध्ययन कक्ष का लोकार्पण किया। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले और पूर्व सांसद लखन साहू उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री के आगमन पर छात्र-छात्राओं और युवाओं ने तालियों की गड़गड़ाहट और पुष्पगुच्छ भेंट कर उत्साहपूर्वक उनका स्वागत किया। अपने प्रेरक संबोधन में मुख्यमंत्री साय ने कहा, "शिक्षा ही जीवन की असली पूंजी है। यह न केवल रोजगार का माध्यम है, बल्कि समग्र विकास की आधारशिला भी है।"
उन्होंने अपने छात्र जीवन के संघर्षों का उल्लेख करते हुए बताया कि उस समय अविभाजित रायगढ़ जिले में शिक्षा के सीमित अवसर उपलब्ध थे, और नटवर स्कूल ही एकमात्र विकल्प था। उन्होंने विद्यार्थियों से समय का सदुपयोग करने, कभी निराश न होने और परिश्रम को जीवन का मूल मंत्र बनाने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने आदर्श विद्यार्थी के पाँच गुणों का उल्लेख करते हुए कहा:
"काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च।
अल्पाहारी गृहत्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं।"
उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन, परिश्रम और लक्ष्य के प्रति निष्ठावान बनने की प्रेरणा दी।
एक छात्र द्वारा सोशल मीडिया के प्रभाव पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा, "डिजिटल युग में अच्छाई को अपनाएं और बुराई से दूर रहें।" इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में राज्य व जिला स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में कलाकार तोप सिंह कुंभकार ने मुख्यमंत्री को उनका हस्तनिर्मित छायाचित्र भेंट किया। वहीं, छात्र-छात्राओं और जिला प्रशासन की ओर से उन्हें भगवद् गीता, एक पुस्तिका और स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए।
मुख्यमंत्री साय ने ‘प्रयास’ और ‘नालंदा परिसर’ जैसी नवाचारी शैक्षणिक पहलों की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक जिले में आधुनिक ग्रंथालय स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रही है, जिससे विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए प्रेरणादायक वातावरण मिल सके। उन्होंने कहा, "ग्रंथालय केवल अध्ययन का स्थान नहीं, बल्कि सफलता की नींव रखने का केंद्र है। मुंगेली जिला ग्रंथालय से सैकड़ों युवाओं ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है, जो पूरे जिले के लिए गौरव की बात है।"
मुंगेली जिला ग्रंथालय की विशेषताएं:
समय: प्रतिदिन प्रातः 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक खुला
पुस्तकें: 4780+ पुस्तकों का समृद्ध संग्रह (प्रतियोगी, साहित्यिक, ऐतिहासिक, धार्मिक एवं प्रेरक विषयों पर आधारित)
सदस्य: वर्तमान में 893 पंजीकृत सदस्य
सुविधाएं: 32 टेबल, 11 सीसीटीवी कैमरे, 06 अनुभवी कर्मचारी
नियमित रूप से उपलब्ध समाचार पत्र, साप्ताहिक एवं मासिक पत्रिकाएं
इस गरिमामय अवसर पर राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, बिलासपुर संभागायुक्त सुनील जैन, आईजी संजीव शुक्ला, कलेक्टर कुंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षकगण, ग्रंथालय कर्मी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
0 टिप्पणियाँ