सतनामीयों के साथ कांग्रेस सरकार का छलावा बलौदाबाजार जिला नामकरण के बजाय,गिरौधपुरी धाम का नाम विलोपित कर समाज को गुमराह,समाज मे आक्रोश,देंखे सहमति पत्र


छत्तीसगढ़ / छत्तीसगढ़ प्रसार / सतनामी समाज की वर्षो से मांग बलौदाबाजार जिला को , गुरुघासीदास धाम करने की रही है, जिस तरह से कवर्धा जिला का नाम कुछ वर्ष पहले कबीरधाम किया गया 
उसी प्रकार बलौदा बाजार जिले का नामकरण के लिए सतनामी समाज लोगो का मांग वर्षो से रहा है क्योंकि सतनाम पंथ के प्रवर्तक संत बाबा गुरू घासीदास जी का जन्मभूमि एवं तपोभूमि गिरौदपुरी धाम है
 गुरु घासीदास एवं उनके पुत्र गरु अमरदासजी, गुरु बालकदास जी तथा उनके पौत्र गुरू अगमदास जी की कर्मभूमि एवं तपोभूमि गिरौदपुरी,तेलासीपुरी, भडारपुरी, खड़वापुरी धाम है 
जो बलौदाबाजार जिला में स्थित है। जो आस्थाकेंद्र के स्वरूप है यहां प्रतिवर्ष गुरूदर्शन एवं संत समागम मेला का आयोजन होता है जहां देश भर के सतनामी समाज एवं सर्वधर्म के करोड़ो अनुयायी गुरू दर्शन का लाभ प्राप्त करते है 
सादर! संत बाबा गुरु घासीदास जी के मानवतावादी विचारधारा (मनखे मनखे एक समान), सतनाम संदेश एवं लाखों अनुयायियों के आस्था का केंद्र बाबाजी के जन्मभूमि, तपोभूमि एवं कर्मभूमि जिला बलौदाबाजार-भाटापारा है
 जिसके नामकरण संत गुरुघासीदास जी के नाम पर किये जाने हेतु समक्ष सहमति प्रदान करने हेतु निवेदन किया गया था  जिस
पर दिनांक 30 नवंबर 2021 को सहमति जताते हुए नवागढ़ विधायक सांसदी सचिव गुरु दयाल बंजारे ने अपने लेटर पैड पर माननीय मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखा था जिसमे चंद्रदेव राय सांसदीव सचिव का भी सहमति पत्र माननीय मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया था
 जिसका अब तक कोई जवाब माननीय मुख्यमंत्री द्वारा नही दिया गया अब बीते साल में इन्ही दो विधायकों के द्वारा दिनांक 31 अगस्त 2022 को चंद्रदेव प्रसाद राय विधायक बिलाईगढ़ सांसदीव सचिव के लेटर पैड में माननीय मुख्यमंत्री जी को लेटर प्रेषित किया गया है जिसमें गुरुदयाल बंजारे का सिल समेत सहमति हस्ताक्षर है जिसमे ये सीधे बलौदा बाजार जिले का नाम करण करने के बजाय गिरौद पूरी धाम का नाम परिवर्तन के लिए दिए हैं 
जो सतनामी समाज को छल करके गुमराह किया जा रहा है जिस पर ये लिखते हैं कि पूरे सतनामी समाज का मांग है जबकि पूर्ण सतनामी समाज गिरौद पूरी का नाम परिवर्तन करने की मांग कभी नहीं किया है  क्योंकि देश प्रदेश के लोग गिरौदपूरी धाम को बाबा गुरु घासीदास के नाम से जानते है 
जबकि सभी जन प्रतिनिधि व समाज के लोग, विधायक, मंत्री जिसमें चंद्रदेव राय और गुरुदयाल सिंह बंजारे भी जानते ही है कि बलौदाबजार जिला का नाम को गुरुघासीदास जी नाम से अलंकृत किए जाने की वर्षो से मांग रही है 
तो गिरौद पुरी गाँव का नाम बाबा गुरुघासीदास धाम गिरौद पूरी करके पूरे सतनामी समाज के साथ कांग्रेस सरकार छल कर रही है 
जो सतनामी समाज की जायज मांग का धज्जियां उड़ाने जैसा बात हो गया चंद्र देव राय और गुरुदयाल सिंह बंजारे द्वारा पहले ऐसा पत्र लिखे है तो अब दूसरा पत्र कैसे लिख दिये  क्या इसके लिये इनके ऊपर कोई दबाव बनाया गया हैं सच्चाई को चंद्रदेव राय और गुरुदयाल सिंह बंजारे ही बता सकते हैं।

एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ

  1. चंद्रदेव राय एवं गुरुदयाल सिंग बंजारे जी....... क्या गिरौदपुरी धाम आप लोगों का निजी सम्पत्ति है जो इनके नाम को बदलने के लिये बिना समाज के सहमति और बिना जगतगुरु विजय कुमार जो वर्तमान में गिरौदपुरी धाम का गुरु गद्दीनशीन एवं गिरौदपुरी मेला कमेटी का अध्यक्ष है उनसे सहमति लिये बिना, गिरौदपुरी का नाम बदलने के लिये मुख्यमंत्री को पत्र लिख दिये...?
    जबकि आप दोनों को मालूम है की गिरौदपुरी समाज के धार्मिक आस्था का केंद्र बिंदु भी है जिससे लाखो करोड़ो लोगों का आस्था जुड़ा हुआ है इसके साथ सतनामी समाज लम्बे अर्सो से बलौदाबाजार - भाटापारा जिला के नाम को गुरु घासीदास बाबाजी के नाम पर किया जाय इसके लिये प्रयासरत है, जिसके लिये आप दोनों ने भी अपने अपने लेटरपेड में मुख्यमंत्री को पत्र लिखें हैं फिर आपने ऐसा कौन सा सड़यंत्र को सफल बनाने के लिये अचानक गिरौदपुरी का नाम बदलने के लिये मुख्यमंत्री को पत्र लिख दिये और ताज्जुब की बात तो यह है की आपके मांग को महीने भर भी नहीं हुआ है और उसे मुख्यमंत्री जी ने पूरा भी कर दिया जबकि 16 विधायक और लाखो सतनामीयो के मांग को मुख्यमंत्री जी ने अभी तक संज्ञान में भी नहीं लिये हैं...।
    आदरणीय चंद्रदेव राय एवं गुरुदयाल सिंह बंजारे जी...आप दोनों का टिकट काटना था इसलिए भूपेश बघेल जी ने आप लोगों को आगे किया है... अब भूपेश बघेल आप लोगों को कहेगा की समाज आप लोगों का विरोध कर रहा है इसलिए आपको पार्टी टिकट नहीं दे सकती ......
    आदरणीयों अपना टिकट पक्का करना है तो आप लोगों को समाज के मांग के अनुरूप दोबारा भूपेश बघेल को पत्र लिखें .... जिसमें सतनामी समाज के मांग के अनुरूप जिला बलौदाबाजार-भाटापारा का नाम "गुरु घासीदास बाबाजी" के नाम करने की बात हो... फिर समस्त सतनामी समाज आप लोगों के साथ खड़ा होगा।

    जय सतनाम - जय सतनामी - जय गिरौदपुरी धाम



    जवाब देंहटाएं