मुंगेली । छत्तीसगढ़ प्रसार । मुंगेली (ग्राम) उपसंभाग अंतर्गत चारों वितरण केन्द्रों में कार्यरत 1+2 ठेका कर्मचारियों ने अपने वेतन भुगतान में हो रही अनियमितताओं को लेकर जिला प्रशासन और बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों से लिखित शिकायत की है। कर्मचारियों ने अपने आवेदन में बताया है कि वे ठेकेदार के अंतर्गत कार्यरत हैं। आरोप है कि ठेकेदार द्वारा उन्हें मात्र 6500 रुपए मासिक वेतन के हिसाब से भुगतान किया जाता है, वह भी चार से पाँच माह में एक बार और आधा वेतन ही दिया जाता है। कर्मचारियों का कहना है कि ठेकेदार कंपनी द्वारा बिजली विभाग में लगभग 11,000 रुपए प्रतिमाह प्रति कर्मचारी के हिसाब से बिल लगाया जाता है, परंतु वास्तविक भुगतान कर्मचारियों तक नहीं पहुँचता। इसके अलावा अब तक किसी भी प्रकार का बोनस या प्रोत्साहन राशि भी नहीं दी गई है। शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि ठेकेदार द्वारा फर्जी हस्ताक्षर कर बिल पास करवाए जा रहे हैं। वास्तविक कर्मचारियों से बिल पर हस्ताक्षर नहीं कराए जाते, जिससे वेतन भुगतान की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। कर्मचारियों ने कलेक्टर मुंगेली, अधीक्षण अभियंता बिलासपुर, सहायक श्रम आयुक्त मुंगेली और कार्यपालन यंत्री मुंगेली से तत्काल जांच कर वेतन भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की है।
कर्मचारियों की प्रमुख मांगें:
बकाया वेतन का शीघ्र भुगतान
फर्जी हस्ताक्षर और बिलिंग प्रक्रिया की जांच
न्यूनतम वेतन अधिनियम के तहत वास्तविक वेतन निर्धारण
बोनस और अन्य श्रम सुविधाओं की व्यवस्था
मुंगेली जिले में ठेका प्रथा के अंतर्गत काम करने वाले श्रमिकों की स्थिति एक बार फिर चर्चा में है। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस गंभीर शिकायत पर कितनी तेजी से संज्ञान लेता है।
0 टिप्पणियाँ