नव वर्ष पर संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म स्थली गिरौदपुरी धाम में लगा संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों की आवागमन गुरू गद्दी में मांथा टेक लिए आशीर्वाद।

नव वर्ष पर संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म स्थली गिरौदपुरी धाम में लगा संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों की आवागमन गुरू गद्दी में मांथा टेक लिए आशीर्वाद।

प्रेस छत्तीसगढ़ महिमा बलौदाबाजार। कल नव वर्ष की पावन अवसर पर समस्त मानव समाज प्रदेशवासियों ने विभिन्न स्थानों से आवागमन करते हुए छत्तीसगढ़ के महान संत शिरोमणि गुरू घासीदास बाबा जी की जन्म कर्म तपो महिमा दर्शन भूमि गिरौदपुरी धाम पहुंचे। 
गुरू घासीदास बाबा जी की जयंती पर्व महोत्सव माह दिसंबर की विदाई होते ही नव वर्ष 2021 की आगमन पर पर्यटक गण अपने सह परिवार सहित संत गुरू घासीदास बाबा जी की महिमा परम पावन दर्शन भूमि में गुरू गद्दी जोड़ा जैतखाम में मांथा टेक आशीर्वाद ली और चरण कुण्ड,अमृत कुण्ड, पांच कुण्ड, जोंक नदी की।पवित्र निर्मल जल पावन किए। गिरौदपुरी धाम की सभी दर्शनीय स्थल पर संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों की सुबह से शाम तक विभिन्न स्थानों से आवागमन होता रहा। दिल्ली के कूतुंब मीनार से ऊंचा भव्य नव निर्मित जैतखाम तपो भूमि पास अधिक संख्या में श्रद्धालुओ पर्यटकों की ताता लगा हुआ था। जिसे देखने विभिन्न स्थानों से संत श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों पर्यटकों की प्रति दिन हजारों की संख्या में लोग आवागमन करते रहते हैं। चारों ओर हरे भरे वनांचल क्षेत्र से घिरे पहाड़ झरने नदी नाले की आकर्षण मनोरम दृश्य देखते ही बनता हैं। जन आस्था विश्वास की केंद्र बिंदु गिरौदपुरी धाम की महत्व छत्तीसगढ़ की शान स्वाभिमान माने जाते रहे हैं उनका अलग ही पहचान बना हुआ हैं। जहां पहुंच लोग हमेशा सुख समृद्धि शांति का अनुभव करते हैं। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ