मुंगेली । छत्तीसगढ़ प्रसार । शासकीय प्राथमिक शाला बछेरा में आज वर्षा ऋतु की खुशियों को समर्पित हैप्पी रैनी डे एवं छत्तीसगढ़ी परंपरा से जुड़े गेड़ी डे का आयोजन बड़े उत्साह और उमंग के साथ किया गया। यह आयोजन सहायक शिक्षक लक्ष्मी कांत जड़ेजा के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत में लक्ष्मी कांत जड़ेजा ने बच्चों को वर्षा ऋतु के महत्व, इसके लाभ, जल-जंगल-जमीन के संरक्षण में वर्षा की भूमिका और वर्षा न होने पर होने वाले नुकसान की जानकारी दी। बच्चों को बताया गया कि किस तरह वर्षा हमारी खेती, जीवन और पर्यावरण के लिए आवश्यक है। साथ ही वर्षा ऋतु में हरियाली, बहते झरने, नदी-तालाबों का सौंदर्य और पिकनिक जैसी खुशियों का भी जिक्र किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की पारंपरिक हरेली पर्व की जानकारी देते हुए गेड़ी चलाने की परंपरा, कृषि यंत्रों की पूजा और लोक खेलों जैसे भौंरा, पिट्ठल, फुगड़ी, खो-खो का महत्व भी समझाया गया।
प्रतियोगिताओं में बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया —
छाता दौड़ में सविता साहू रही प्रथम
गेड़ी दौड़ में दिनेश्वर साहू ने जीता पहला स्थान
भौंरा प्रतियोगिता में हिमांशु
पिट्ठल खेल में नमन
खो-खो खेल में आशी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के अंत में प्रधान पाठक जागेश्वर साहू, सहायक शिक्षक लक्ष्मी कांत जड़ेजा और विमलेश्वरी यादव द्वारा सभी विजयी प्रतिभागियों को पेन भेंट कर सम्मानित किया गया।
विद्यालय परिसर में बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। पूरे आयोजन में पारंपरिक छत्तीसगढ़ी संस्कृति और शिक्षा का सुंदर समन्वय देखने को मिला।
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